महाभारतम् — 5.35.2
Original
Segmented
विदुर उवाच सर्व-तीर्थेषु वा स्नानम् सर्व-भूतेषु च आर्जवम् उभे एते समे स्याताम् आर्जवम् वा विशिष्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
तीर्थेषु | तीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=p |
वा | वा | pos=i |
स्नानम् | स्नान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतेषु | भूत | pos=n,g=n,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
आर्जवम् | आर्जव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उभे | उभ् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
एते | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
समे | सम | pos=n,g=n,c=1,n=d |
स्याताम् | अस् | pos=v,p=3,n=d,l=vidhilin |
आर्जवम् | आर्जव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |