महाभारतम् — 5.34.17
Original
Segmented
यथा मधु समादत्ते रक्षन् पुष्पाणि षट्पदः तद्वद् अर्थान् मनुष्येभ्यः आदद्याद् अविहिंसया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
मधु | मधु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समादत्ते | समादा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रक्षन् | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पुष्पाणि | पुष्प | pos=n,g=n,c=2,n=p |
षट्पदः | षट्पद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद्वद् | तद्वत् | pos=i |
अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मनुष्येभ्यः | मनुष्य | pos=n,g=m,c=5,n=p |
आदद्याद् | आदा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अविहिंसया | अविहिंसा | pos=n,g=f,c=3,n=s |