महाभारतम् — 5.33.22
Original
Segmented
क्षिप्रम् विजानाति चिरम् शृणोति विज्ञाय च अर्थम् भजते न कामात् न असंपृष्टः व्युपयुङ्क्ते पर-अर्थे तत् प्रज्ञानम् प्रथमम् पण्डितस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
विजानाति | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
शृणोति | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विज्ञाय | विज्ञा | pos=vi |
च | च | pos=i |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भजते | भज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
कामात् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
असंपृष्टः | असंपृष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=s |
व्युपयुङ्क्ते | व्युपयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पर | पर | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रज्ञानम् | प्रज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रथमम् | प्रथम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पण्डितस्य | पण्डित | pos=n,g=m,c=6,n=s |