महाभारतम् — 5.32.22
Original
Segmented
किम् अन्यत्र विषयाद् ईश्वराणाम् यत्र पार्थः पर-लोकम् ददर्श अत्यक्रामत् स तथा संमतः स्यान् न संशयो न अस्ति मनुष्यकारः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
विषयाद् | विषय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ईश्वराणाम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यत्र | यत्र | pos=i |
पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अत्यक्रामत् | अतिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
संमतः | सम्मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्यान् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मनुष्यकारः | मनुष्यकार | pos=n,g=m,c=1,n=s |