महाभारतम् — 5.32.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच अनुज्ञातः पाण्डवेन प्रययौ संजयः तदा शासनम् धृतराष्ट्रस्य सर्वम् कृत्वा महात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अनुज्ञातः | अनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाण्डवेन | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रययौ | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
संजयः | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
शासनम् | शासन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धृतराष्ट्रस्य | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |