महाभारतम् — 5.30.42
Original
Segmented
ये च अनाथाः दुर्बलाः सर्वकालम् आत्मनि एव प्रयतन्ते ऽथ मूढाः तान् च अपि त्वम् कृपणान् सर्वथा एव मद्-वाक्यात् कुशलम् तात पृच्छेः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अनाथाः | अनाथ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दुर्बलाः | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सर्वकालम् | सर्वकालम् | pos=i |
आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रयतन्ते | प्रयत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ऽथ | अथ | pos=i |
मूढाः | मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कृपणान् | कृपण | pos=a,g=m,c=2,n=p |
सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
वाक्यात् | वाक्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कुशलम् | कुशल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पृच्छेः | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |