महाभारतम् — 5.30.4
Original
Segmented
आप्तो दूतः संजय सु प्रियः ऽसि कल्याण-वाच् शीलवान् दृष्टिमत् च न मुह्येः त्वम् संजय जातु मत्या न च क्रुध्येः उच्यमानो ऽपि तथ्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आप्तो | आप्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दूतः | दूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सु | सु | pos=i |
प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
वाच् | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शीलवान् | शीलवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दृष्टिमत् | दृष्टिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
मुह्येः | मुह् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जातु | जातु | pos=i |
मत्या | मति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
क्रुध्येः | क्रुध् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
उच्यमानो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽपि | अपि | pos=i |
तथ्यम् | तथ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |