महाभारतम् — 5.30.32
Original
Segmented
या नो भार्याः संजय वेत्थ तत्र तासाम् सर्वासाम् कुशलम् तात पृच्छेः सु संगुप् सुरभयो ऽनवद्याः कच्चिद् गृहान् आवसथ अप्रमत्त
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
या | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
भार्याः | भार्या | pos=n,g=f,c=2,n=p |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वेत्थ | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
तासाम् | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
सर्वासाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=6,n=p |
कुशलम् | कुशल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पृच्छेः | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
सु | सु | pos=i |
संगुप् | संगुप् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
सुरभयो | सुरभि | pos=a,g=f,c=1,n=p |
ऽनवद्याः | अनवद्य | pos=a,g=f,c=1,n=p |
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आवसथ | आवस् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |
अप्रमत्त | अप्रमत्त | pos=a,g=f,c=1,n=p |