Original

युधिष्ठिरो धर्ममयो महाद्रुमः स्कन्धोऽर्जुनो भीमसेनोऽस्य शाखाः ।माद्रीपुत्रौ पुष्पफले समृद्धे मूलं त्वहं ब्रह्म च ब्राह्मणाश्च ॥ ४६ ॥

Segmented

युधिष्ठिरो धर्म-मयः महा-द्रुमः स्कन्धो ऽर्जुनो भीमसेनो ऽस्य शाखाः माद्री-पुत्रौ पुष्प-फले समृद्धे मूलम् तु अहम् ब्रह्म च ब्राह्मणाः च

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिरो युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
मयः मय pos=a,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
द्रुमः द्रुम pos=n,g=m,c=1,n=s
स्कन्धो स्कन्ध pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽर्जुनो अर्जुन pos=n,g=m,c=1,n=s
भीमसेनो भीमसेन pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽस्य इदम् pos=n,g=m,c=6,n=s
शाखाः शाखा pos=n,g=f,c=1,n=p
माद्री माद्री pos=n,comp=y
पुत्रौ पुत्र pos=n,g=m,c=1,n=d
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
फले फल pos=n,g=n,c=1,n=d
समृद्धे समृध् pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part
मूलम् मूल pos=n,g=n,c=1,n=s
तु तु pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
ब्राह्मणाः ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
pos=i