महाभारतम् — 5.29.35
Original
Segmented
अनुक्त्वा त्वम् धर्मम् एवम् सभायाम् अथ इच्छसे पाण्डवस्य उपदेष्टुम् कृष्णा तु एतत् कर्म चकार शुद्धम् सु दुष्करम् तत् हि सभाम् समेत्य येन कृच्छ्रात् पाण्डवान् उज्जहार तथा आत्मानम् नौः इव सागर-ओघात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुक्त्वा | अनुक्त्वा | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
सभायाम् | सभा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
इच्छसे | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
पाण्डवस्य | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपदेष्टुम् | उपदिश् | pos=vi |
कृष्णा | कृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुद्धम् | शुद्ध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
सभाम् | सभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समेत्य | समे | pos=vi |
येन | येन | pos=i |
कृच्छ्रात् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उज्जहार | उद्धृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तथा | तथा | pos=i |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नौः | नौ | pos=n,g=,c=8,n=s |
इव | इव | pos=i |
सागर | सागर | pos=n,comp=y |
ओघात् | ओघ | pos=n,g=m,c=5,n=s |