महाभारतम् — 5.29.22
Original
Segmented
तथा राजन्यो रक्षणम् वै प्रजानाम् कृत्वा धर्मेण अप्रमत्तः ऽथ दत्त्वा यज्ञैः इष्ट्वा सर्व-वेदान् अधीत्य दारान् कृत्वा पुण्य-कृत् आवसेद् गृहान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
राजन्यो | राजन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रक्षणम् | रक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
प्रजानाम् | प्रजा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अप्रमत्तः | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽथ | अथ | pos=i |
दत्त्वा | दा | pos=vi |
यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इष्ट्वा | यज् | pos=vi |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
वेदान् | वेद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अधीत्य | अधी | pos=vi |
दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आवसेद् | आवस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |