महाभारतम् — 5.28.11
Original
Segmented
शैनेया हि चैत्रकाः च अन्धकाः च वार्ष्णेय-भोजाः कौकुराः सृञ्जयाः च उपासीना वासुदेवस्य बुद्धिम् निगृह्य शत्रून् सुहृदो नन्दयन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शैनेया | शैनेय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
चैत्रकाः | चैत्रक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अन्धकाः | अन्धक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
वार्ष्णेय | वार्ष्णेय | pos=n,comp=y |
भोजाः | भोज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कौकुराः | कौकुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सृञ्जयाः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
उपासीना | उपास् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वासुदेवस्य | वासुदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निगृह्य | निग्रह् | pos=vi |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सुहृदो | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
नन्दयन्ति | नन्दय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |