महाभारतम् — 5.26.3
Original
Segmented
कुतो युद्धम् जातु नरः प्रजानन् को दैव-शप्तः ऽभिवृणीत युद्धम् सुख-एषिणः कर्म कुर्वन्ति पार्था धर्माद् अहीनम् यत् च लोकस्य पथ्यम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुतो | कुतस् | pos=i |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जातु | जातु | pos=i |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रजानन् | प्रज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दैव | दैव | pos=n,comp=y |
शप्तः | शप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽभिवृणीत | अभिवृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
एषिणः | एषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पार्था | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्माद् | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अहीनम् | अहीन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पथ्यम् | पथ्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |