महाभारतम् — 5.25.14
Original
Segmented
कृत-अञ्जलिः शरणम् वः प्रपद्ये कथम् स्वस्ति स्यात् कुरु-सृञ्जयानाम् न हि एव ते वचनम् वासुदेवो धनंजयो वा जातु किंचिद् न कुर्यात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
प्रपद्ये | प्रपद् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कथम् | कथम् | pos=i |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
सृञ्जयानाम् | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
एव | एव | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वासुदेवो | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धनंजयो | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
जातु | जातु | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
कुर्यात् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |