महाभारतम् — 5.25.13
Original
Segmented
कथम् हि नीचा इव दौष्कुलेया निर्धर्म-अर्थम् कर्म कुर्युः च पार्थाः सो ऽहम् प्रसाद्य प्रणतो वासुदेवम् पाञ्चालानाम् अधिपम् च एव वृद्धम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कथम् | कथम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
नीचा | नीच | pos=a,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
दौष्कुलेया | दौष्कुलेय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
निर्धर्म | निर्धर्म | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुर्युः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
च | च | pos=i |
पार्थाः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्रसाद्य | प्रसादय् | pos=vi |
प्रणतो | प्रणम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वासुदेवम् | वासुदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाञ्चालानाम् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अधिपम् | अधिप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वृद्धम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |