महाभारतम् — 5.23.15
Original
Segmented
कच्चिद् राजा ब्राह्मणानाम् यथावत् प्रवर्तते पूर्ववत् तात वृत्तिम् कच्चिद् दायान् मामकान् धार्तराष्ट्रो द्विजातीनाम् संजय न उपहन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यथावत् | यथावत् | pos=i |
प्रवर्तते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पूर्ववत् | पूर्ववत् | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
दायान् | दाय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मामकान् | मामक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
धार्तराष्ट्रो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्विजातीनाम् | द्विजाति | pos=n,g=m,c=6,n=p |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
उपहन्ति | उपहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |