महाभारतम् — 5.194.1
Original
Segmented
संजय उवाच प्रभातायाम् तु शर्वर्याम् पुनः एव सुतः ते मध्ये सर्वस्य सैन्यस्य पितामहम् अपृच्छत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रभातायाम् | प्रभा | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
शर्वर्याम् | शर्वरी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=n,c=6,n=s |
सैन्यस्य | सैन्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपृच्छत | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |