महाभारतम् — 5.193.4
Original
Segmented
स्त्री-लिङ्गम् धारयिष्यामि त्वदीयम् पार्थिव-आत्मजे सत्यम् मे प्रतिजानीहि करिष्यामि प्रियम् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
लिङ्गम् | लिङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धारयिष्यामि | धारय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
त्वदीयम् | त्वदीय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
आत्मजे | आत्मजा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रतिजानीहि | प्रतिज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |