महाभारतम् — 5.192.6
Original
Segmented
संबन्धकम् च एव समर्थ्य तस्मिन् दाशार्णके वै नृपतौ नरेन्द्र स्वयम् कृत्वा विप्रलम्भम् यथावन् मन्त्र-एकाग्रः निश्चयम् वै जगाम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संबन्धकम् | सम्बन्धक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
समर्थ्य | समर्थय् | pos=vi |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दाशार्णके | दाशार्णक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वै | वै | pos=i |
नृपतौ | नृपति | pos=n,g=m,c=7,n=s |
नरेन्द्र | नरेन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
विप्रलम्भम् | विप्रलम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथावन् | यथावत् | pos=i |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
एकाग्रः | एकाग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निश्चयम् | निश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |