महाभारतम् — 5.191.18
Original
Segmented
सा त्वम् सर्व-विमोक्षाय तत्त्वम् आख्याहि पृच्छतः तथा विदध्याम् सुश्रोणि कृत्यस्य अस्य शुचि-स्मिते शिखण्डिनि च मा भैः त्वम् विधास्ये तत्र तत्त्वतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
विमोक्षाय | विमोक्ष | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आख्याहि | आख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पृच्छतः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
विदध्याम् | विधा | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
सुश्रोणि | सुश्रोणी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
कृत्यस्य | कृत्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
शुचि | शुचि | pos=a,comp=y |
स्मिते | स्मित | pos=n,g=f,c=8,n=s |
शिखण्डिनि | शिखण्डिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
च | च | pos=i |
मा | मा | pos=i |
भैः | भी | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विधास्ये | विधा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |