Original

यदि भीष्मविनाशाय काश्ये चरसि वै व्रतम् ।व्रतस्था च शरीरं त्वं यदि नाम विमोक्ष्यसि ।नदी भविष्यसि शुभे कुटिला वार्षिकोदका ॥ ३४ ॥

Segmented

यदि भीष्म-विनाशाय काश्ये चरसि वै व्रतम् व्रत-स्था च शरीरम् त्वम् यदि नाम विमोक्ष्यसि नदी भविष्यसि शुभे कुटिला वार्षिक-उदका

Analysis

Word Lemma Parse
यदि यदि pos=i
भीष्म भीष्म pos=n,comp=y
विनाशाय विनाश pos=n,g=m,c=4,n=s
काश्ये काश्य pos=n,g=m,c=7,n=s
चरसि चर् pos=v,p=2,n=s,l=lat
वै वै pos=i
व्रतम् व्रत pos=n,g=n,c=2,n=s
व्रत व्रत pos=n,comp=y
स्था स्थ pos=a,g=f,c=1,n=s
pos=i
शरीरम् शरीर pos=n,g=n,c=2,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
यदि यदि pos=i
नाम नाम pos=i
विमोक्ष्यसि विमुच् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
नदी नदी pos=n,g=f,c=1,n=s
भविष्यसि भू pos=v,p=2,n=s,l=lrt
शुभे शुभ pos=a,g=f,c=8,n=s
कुटिला कुटिल pos=a,g=f,c=1,n=s
वार्षिक वार्षिक pos=a,comp=y
उदका उदक pos=n,g=f,c=1,n=s