महाभारतम् — 5.185.1
Original
Segmented
भीष्म उवाच ततो रात्र्याम् व्यतीतायाम् प्रतिबुद्धो ऽस्मि भारत तम् च संचिन्त्य वै स्वप्नम् अवापम् हर्षम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
रात्र्याम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
व्यतीतायाम् | व्यती | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
प्रतिबुद्धो | प्रतिबुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
संचिन्त्य | संचिन्तय् | pos=vi |
वै | वै | pos=i |
स्वप्नम् | स्वप्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवापम् | अवाप् | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
हर्षम् | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |