Original

न त्वां रामो रणे जेता जामदग्न्यः कथंचन ।त्वमेव समरे रामं विजेता भरतर्षभ ॥ १० ॥

Segmented

न त्वाम् रामो रणे जेता जामदग्न्यः कथंचन त्वम् एव समरे रामम् विजेता भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
जेता जि pos=v,p=3,n=s,l=lrt
जामदग्न्यः जामदग्न्य pos=n,g=m,c=1,n=s
कथंचन कथंचन pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
एव एव pos=i
समरे समर pos=n,g=n,c=7,n=s
रामम् राम pos=n,g=m,c=2,n=s
विजेता विजि pos=v,p=3,n=s,l=lrt
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s