महाभारतम् — 5.180.23
Original
Segmented
आचार्य-ता मानिता मे निर्मर्यादे हि अपि त्वयि भूयस् तु शृणु मे ब्रह्मन् संपदम् धर्म-संग्रहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आचार्य | आचार्य | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मानिता | मानय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
निर्मर्यादे | निर्मर्याद | pos=a,g=m,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
भूयस् | भूयस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
संपदम् | सम्पद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
संग्रहे | संग्रह | pos=n,g=m,c=7,n=s |