महाभारतम् — 5.178.28
Original
Segmented
क्षत्रियाणाम् स्थितो धर्मे क्षत्रियो ऽस्मि तपोधन यो यथा वर्तते यस्मिन् तथा तस्मिन् प्रवर्तयन् न अधर्मम् समवाप्नोति नरः श्रेयः च विन्दति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षत्रियाणाम् | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स्थितो | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्षत्रियो | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तपोधन | तपोधन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रवर्तयन् | प्रवर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
अधर्मम् | अधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समवाप्नोति | समवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
विन्दति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |