महाभारतम् — 5.178.27
Original
Segmented
उद्यत-इषुम् अथो दृष्ट्वा ब्राह्मणम् क्षत्रबन्धु-वत् यो हन्यात् समरे क्रुद्धो युध्यन्तम् अपलायिनम् ब्रह्म-हत्या न तस्य स्याद् इति धर्मेषु निश्चयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उद्यत | उद्यम् | pos=va,comp=y,f=part |
इषुम् | इषु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथो | अथो | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षत्रबन्धु | क्षत्रबन्धु | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हन्यात् | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
युध्यन्तम् | युध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अपलायिनम् | अपलायिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
हत्या | हत्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
धर्मेषु | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=p |
निश्चयः | निश्चय | pos=n,g=m,c=1,n=s |