महाभारतम् — 5.176.26
Original
Segmented
राम उवाच यथा असि सृञ्जयस्य अस्य तथा मम नृप-आत्मजे ब्रूहि यत् ते मनः-दुःखम् करिष्ये वचनम् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राम | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथा | यथा | pos=i |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सृञ्जयस्य | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आत्मजे | आत्मजा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
करिष्ये | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |