महाभारतम् — 5.174.10
Original
Segmented
ततस् तु ते ऽब्रुवन् वाक्यम् ब्राह्मणाः ताम् तपस्विनीम् त्वाम् इह एकाकिनीम् दृष्ट्वा निर्जने गहने वने प्रार्थयिष्यन्ति राज-इन्द्राः तस्मात् मा एवम् मनः कृथाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्राह्मणाः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तपस्विनीम् | तपस्विनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
एकाकिनीम् | एकाकिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
निर्जने | निर्जन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
गहने | गहन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रार्थयिष्यन्ति | प्रार्थय् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्राः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
मा | मा | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृथाः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug |