महाभारतम् — 5.172.6
Original
Segmented
त्वम् हि निर्जित्य भीष्मेण नीता प्रीतिमती तदा परामृश्य महा-युद्धे निर्जित्य पृथिवीपतीन् न अहम् त्वे अन्यपूर्वायाम् भार्या-अर्थी वरवर्णिनि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
निर्जित्य | निर्जि | pos=vi |
भीष्मेण | भीष्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
नीता | नी | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
प्रीतिमती | प्रीतिमत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
परामृश्य | परामृश् | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निर्जित्य | निर्जि | pos=vi |
पृथिवीपतीन् | पृथिवीपति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
त्वे | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
अन्यपूर्वायाम् | अन्यपूर्वा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
भार्या | भार्या | pos=n,comp=y |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वरवर्णिनि | वरवर्णिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |