Original

ततो मूर्धन्युपाघ्राय पर्यश्रुनयना नृप ।आह सत्यवती हृष्टा दिष्ट्या पुत्र जितं त्वया ॥ ३ ॥

Segmented

ततो मूर्ध्नि उपाघ्राय पर्यश्रु-नयना नृप आह सत्यवती हृष्टा दिष्ट्या पुत्र जितम् त्वया

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
मूर्ध्नि मूर्धन् pos=n,g=m,c=7,n=s
उपाघ्राय उपाघ्रा pos=vi
पर्यश्रु पर्यश्रु pos=a,comp=y
नयना नयन pos=n,g=f,c=1,n=s
नृप नृप pos=n,g=m,c=8,n=s
आह अह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सत्यवती सत्यवती pos=n,g=f,c=1,n=s
हृष्टा हृष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
दिष्ट्या दिष्टि pos=n,g=f,c=3,n=s
पुत्र पुत्र pos=n,g=m,c=8,n=s
जितम् जि pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s