महाभारतम् — 5.167.13
Original
Segmented
पृथग् अक्षौहिणीभ्याम् तौ उभौ संयति दारुणौ सम्बन्धि-भावम् रक्षन्तौ महत् कर्म करिष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पृथग् | पृथक् | pos=i |
अक्षौहिणीभ्याम् | अक्षौहिणी | pos=n,g=f,c=3,n=d |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
संयति | संयत् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
दारुणौ | दारुण | pos=a,g=m,c=1,n=d |
सम्बन्धि | सम्बन्धिन् | pos=a,comp=y |
भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रक्षन्तौ | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करिष्यतः | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |