महाभारतम् — 5.166.9
Original
Segmented
युध्यस्व पार्थम् समरे येन विस्पर्धसे सह द्रक्ष्यामि त्वाम् विनिर्मुक्तम् अस्माद् युद्धात् सु दुर्मति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युध्यस्व | युध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विस्पर्धसे | विस्पृध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सह | सह | pos=i |
द्रक्ष्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
विनिर्मुक्तम् | विनिर्मुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अस्माद् | इदम् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
युद्धात् | युद्ध | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुर्मति | दुर्मति | pos=a,g=m,c=8,n=s |