महाभारतम् — 5.166.8
Original
Segmented
त्वाम् प्राप्य वैर-पुरुषम् कुरूणाम् अनयो महान् उपस्थितो विनाशाय यतस्व पुरुषो भव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
वैर | वैर | pos=n,comp=y |
पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अनयो | अनय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
उपस्थितो | उपस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विनाशाय | विनाश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
यतस्व | यत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |