महाभारतम् — 5.166.38
Original
Segmented
संजय उवाच एतत् श्रुत्वा तु भीष्मस्य राज्ञाम् दध्वंसिरे तदा काञ्चन-अङ्गदिन् पीना भुजाः चन्दन-रूषिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
भीष्मस्य | भीष्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दध्वंसिरे | ध्वंस् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
अङ्गदिन् | अङ्गदिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पीना | पीन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भुजाः | भुज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
चन्दन | चन्दन | pos=n,comp=y |
रूषिताः | रूषित | pos=a,g=m,c=1,n=p |