महाभारतम् — 5.165.1
Original
Segmented
भीष्म उवाच अचलो वृषकः च एव भ्रातरौ सहितौ उभौ रथौ तव दुराधर्षौ शत्रून् विध्वंसयिष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अचलो | अचल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृषकः | वृषक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
भ्रातरौ | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
सहितौ | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=d |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
रथौ | रथ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुराधर्षौ | दुराधर्ष | pos=a,g=m,c=1,n=d |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विध्वंसयिष्यतः | विध्वंसय् | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |