महाभारतम् — 5.160.6
Original
Segmented
यः त्वम् वृद्धम् सर्व-राज्ञाम् हित-बुद्धिम् जित-इन्द्रियम् मरणाय महाबुद्धिम् दीक्षयित्वा विकत्थसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वृद्धम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हित | हित | pos=a,comp=y |
बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रियम् | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मरणाय | मरण | pos=n,g=n,c=4,n=s |
महाबुद्धिम् | महाबुद्धि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दीक्षयित्वा | दीक्षय् | pos=vi |
विकत्थसे | विकत्थ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |