Original

परवीर्यं समाश्रित्य यः समाह्वयते परान् ।क्षत्रबन्धुरशक्तत्वाल्लोके स पुरुषाधमः ॥ ४ ॥

Segmented

पर-वीर्यम् समाश्रित्य यः समाह्वयते परान् क्षत्रबन्धुः अशक्त-त्वात् लोके स पुरुष-अधमः

Analysis

Word Lemma Parse
पर पर pos=n,comp=y
वीर्यम् वीर्य pos=n,g=n,c=2,n=s
समाश्रित्य समाश्रि pos=vi
यः यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
समाह्वयते समाह्वा pos=v,p=3,n=s,l=lat
परान् पर pos=n,g=m,c=2,n=p
क्षत्रबन्धुः क्षत्रबन्धु pos=n,g=m,c=1,n=s
अशक्त अशक्त pos=a,comp=y
त्वात् त्व pos=n,g=n,c=5,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
अधमः अधम pos=a,g=m,c=1,n=s