महाभारतम् — 5.160.1
Original
Segmented
संजय उवाच दुर्योधनस्य तद् वाक्यम् निशम्य भरत-ऋषभः नेत्राभ्याम् अति ताम्र कैतव्यम् समुदैक्षत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दुर्योधनस्य | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नेत्राभ्याम् | नेत्र | pos=n,g=n,c=3,n=d |
अति | अति | pos=i |
ताम्र | ताम्र | pos=a,g=n,c=3,n=d |
कैतव्यम् | कैतव्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुदैक्षत | समुदीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |