Original

सूदकर्मणि च श्रान्तं विराटस्य महानसे ।भीमसेनेन कौन्तेय यच्च तन्मम पौरुषम् ॥ ३२ ॥

Segmented

सूद-कर्मणि च श्रान्तम् विराटस्य महानसे भीमसेनेन कौन्तेय यत् च तत् मे पौरुषम्

Analysis

Word Lemma Parse
सूद सूद pos=n,comp=y
कर्मणि कर्मन् pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
श्रान्तम् श्रान्त pos=n,g=n,c=1,n=s
विराटस्य विराट pos=n,g=m,c=6,n=s
महानसे महानस pos=n,g=n,c=7,n=s
भीमसेनेन भीमसेन pos=n,g=m,c=3,n=s
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पौरुषम् पौरुष pos=n,g=n,c=1,n=s