महाभारतम् — 5.153.31
Original
Segmented
सेनापत्ये यदा राजा गाङ्गेयम् अभिषिक्तवान् तदा एतानि उग्र-रूपाणि अभवञ् शतशो नृप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सेनापत्ये | सेनापत्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाङ्गेयम् | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिषिक्तवान् | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
एतानि | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
रूपाणि | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अभवञ् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
शतशो | शतशस् | pos=i |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |