Original

गुह्यं चैतत्त्वया कार्यं नाख्यातव्यं शुभे क्वचित् ।गत्वा नहुषमेकान्ते ब्रवीहि तनुमध्यमे ॥ ३ ॥

Segmented

गुह्यम् च एतत् त्वया कार्यम् न आख्यातव्यम् शुभे क्वचित् गत्वा नहुषम् एकान्ते ब्रवीहि तनु-मध्यमे

Analysis

Word Lemma Parse
गुह्यम् गुह्य pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
कार्यम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
pos=i
आख्यातव्यम् आख्या pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
शुभे शुभ pos=a,g=f,c=8,n=s
क्वचित् क्वचिद् pos=i
गत्वा गम् pos=vi
नहुषम् नहुष pos=n,g=m,c=2,n=s
एकान्ते एकान्त pos=n,g=m,c=7,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
तनु तनु pos=a,comp=y
मध्यमे मध्यम pos=n,g=f,c=8,n=s