महाभारतम् — 5.15.29
Original
Segmented
अग्निः उवाच बृहस्पते न पश्यामि देवराजम् अहम् क्वचित् आपः शेषाः सदा च अपः प्रवेष्टुम् न उत्सहामि अहम् न मे तत्र गतिः ब्रह्मन् किम् अन्यत् करवाणि ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बृहस्पते | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
देवराजम् | देवराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
आपः | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शेषाः | शेष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |
च | च | pos=i |
अपः | अप् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
प्रवेष्टुम् | प्रविश् | pos=vi |
न | न | pos=i |
उत्सहामि | उत्सह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |