Original

युधिष्ठिर उवाच ।सर्वस्य जगतस्तात सारासारं बलाबलम् ।सर्वं जानाति धर्मात्मा गतमेष्यच्च केशवः ॥ ३३ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच सर्वस्य जगतः तात सार-असारम् बलाबलम् सर्वम् जानाति धर्म-आत्मा गतम् इ च केशवः

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्वस्य सर्व pos=n,g=n,c=6,n=s
जगतः जगन्त् pos=n,g=n,c=6,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
सार सार pos=n,comp=y
असारम् असार pos=n,g=n,c=2,n=s
बलाबलम् बलाबल pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
जानाति ज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lat
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
गतम् गम् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
pos=i
केशवः केशव pos=n,g=m,c=1,n=s