महाभारतम् — 5.146.20
Original
Segmented
यस्य लोभ-अभिभूतस्य मतिम् समनुवर्तसे अनार्यस्य अकृतज्ञस्य लोभ-उपहत-चेतसः अतिक्रामति यः शास्त्रम् पितुः धर्म-अर्थ-दर्शिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
अभिभूतस्य | अभिभू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समनुवर्तसे | समनुवृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
अनार्यस्य | अनार्य | pos=a,g=m,c=6,n=s |
अकृतज्ञस्य | अकृतज्ञ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
चेतसः | चेतस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अतिक्रामति | अतिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शास्त्रम् | शास्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
दर्शिनः | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |