Original

ब्रवीम्यहं न कार्पण्यान्नार्थहेतोः कथंचन ।भीष्मेण दत्तमश्नामि न त्वया राजसत्तम ॥ १३ ॥

Segmented

ब्रवीमि अहम् न कार्पण्यात् न अर्थ-हेतोः कथंचन भीष्मेण दत्तम् अश्नामि न त्वया राज-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
pos=i
कार्पण्यात् कार्पण्य pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
हेतोः हेतु pos=n,g=m,c=5,n=s
कथंचन कथंचन pos=i
भीष्मेण भीष्म pos=n,g=m,c=3,n=s
दत्तम् दा pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
अश्नामि अश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
pos=i
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s