महाभारतम् — 5.144.4
Original
Segmented
कर्ण उवाच न ते न श्रद्दधे वाक्यम् क्षत्रिये भाषितम् त्वया धर्म-द्वारम् मे एतत् स्यात् नियोग-करणम् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
श्रद्दधे | श्रद्धा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्षत्रिये | क्षत्रिया | pos=n,g=f,c=8,n=s |
भाषितम् | भाष् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
नियोग | नियोग | pos=n,comp=y |
करणम् | करण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |