महाभारतम् — 5.143.8
Original
Segmented
अर्जुनेन अर्जिताम् पूर्वम् हृताम् लोभाद् असाधुभिः आच्छिद्य धार्तराष्ट्रेभ्यो भुङ्क्ष्व यौधिष्ठिरीम् श्रियम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्जुनेन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अर्जिताम् | अर्जय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
हृताम् | हृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
लोभाद् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
असाधुभिः | असाधु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
आच्छिद्य | आच्छिद् | pos=vi |
धार्तराष्ट्रेभ्यो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=5,n=p |
भुङ्क्ष्व | भुज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यौधिष्ठिरीम् | यौधिष्ठिर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |