महाभारतम् — 5.139.48
Original
Segmented
यदा द्रोणम् च भीष्मम् च पाञ्चाल्यौ पातयिष्यतः तदा यज्ञ-अवसानम् तद् भविष्यति जनार्दन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
पाञ्चाल्यौ | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=1,n=d |
पातयिष्यतः | पातय् | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |
तदा | तदा | pos=i |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
अवसानम् | अवसान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
जनार्दन | जनार्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |