Original

उद्गातात्र पुनर्भीमः प्रस्तोता सुमहाबलः ।विनदन्स नरव्याघ्रो नागानीकान्तकृद्रणे ॥ ३३ ॥

Segmented

उद्गाता अत्र पुनः भीमः प्रस्तोता सु महा-बलः विनदन् स नर-व्याघ्रः नाग-अनीक-अन्त-कृत् रणे

Analysis

Word Lemma Parse
उद्गाता उद्गातृ pos=n,g=m,c=1,n=s
अत्र अत्र pos=i
पुनः पुनर् pos=i
भीमः भीम pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रस्तोता प्रस्तोतृ pos=n,g=m,c=1,n=s
सु सु pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
बलः बल pos=n,g=m,c=1,n=s
विनदन् विनद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
नर नर pos=n,comp=y
व्याघ्रः व्याघ्र pos=n,g=m,c=1,n=s
नाग नाग pos=n,comp=y
अनीक अनीक pos=n,comp=y
अन्त अन्त pos=n,comp=y
कृत् कृत् pos=a,g=m,c=1,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s