महाभारतम् — 5.138.7
Original
Segmented
त्वम् एव कर्ण जानासि वेद-वादान् सनातनान् त्वम् हि एव धर्म-शास्त्रेषु सूक्ष्मेषु परिनिष्ठितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जानासि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
वादान् | वाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सनातनान् | सनातन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
एव | एव | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
शास्त्रेषु | शास्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
सूक्ष्मेषु | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=7,n=p |
परिनिष्ठितः | परिनिष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |